Wednesday, January 23, 2019

पैर में मोच - Sprained Ankle in Hindi

परिचय

टखने या कभी-कभी टखने के बाहरी तरफ के लिगामेंट्स में लगने वाली किसी प्रकार की चोट को टखने की मोच या पैर की मोच कहा जाता है। लिगामेंट्स ऊतकों की बनी एक रबर के जैसी पट्टी होती है जो एक हड्डी को दूसरी हड्डी से जोड़ती है। टखने के जोड़ में उपस्थित लिगामेंट्स टखने की एक तरफ गति को सीमित करके स्थिरता प्रदान करते हैं। यदि आप किसी उबड़-खाबड़ या पहाड़ी वाले क्षेत्र में चल रहे हैं तो आपके टखने में मोच आ सकती है। टखने की मोच में मुख्य रूप से टखने में दर्द, सूजन, नील पड़ना या टखने का रंग बदल जाना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।

स्थिति का परीक्षण करने के लिए डॉक्टर आपकी शारीरिक जांच व टखने का एक्स रे करते हैं और आपके लक्षणों का भी अध्ययन करते हैं। पैर में मोच होने से रोकथाम करना काफी मुश्किल होता है। हालांकि चलने के दौरान पैर मुड़ने आदि से बचाव करने के लिए कुछ उपाय किए जा सकते हैं। जूते पहनना, ऊंची ऐड़ियों वाले सैंडल ना पहनना और उबड़-खाबड़ जमीन पर ना चलना आदि टखने की मोच से बचाव करने के मुख्य उपाय हैं।

यदि समय पर इलाज कर दिया जाए तो, टखने की मोच तेजी से ठीक होने लग जाती हैं और लक्षण भी अधिक गंभीर नहीं हो पाते हैं। टखने की मोच का इलाज चोट की गंभीरता पर निर्भर करता है। कुछ मामलों में पैर की मोच का इलाज करने के लिए सिर्फ घरेलू देखभाल व मेडिकल स्टोर पर मिलने वाली कुछ पेन किलर दवाओं की आवश्यकता पड़ती है। टखने की मोच के कुछ गंभीर मामलों में प्रभावित टखने के लिए ब्रेस (सहारा देने वाले उपकरण) लगाने और यहां तक की दुर्लभ मामलों में टखने का ऑपरेशन भी करवाना पड़ सकता है। 

यदि मोच का इलाज ठीक से ना हो पाए, तो आपको कुछ दीर्घकालिक समस्याएं भी हो सकती हैं। टखने की मोच से पैदा होने वाली समस्याएं जैसे कमजोरी, लंगड़ाते हुऐ चलना, प्रभावित हिस्से में तीव्र दर्द होना और टखने में अकड़न आना आदि शामिल है। 

(और पढ़ें - कंधे की अकड़न के लक्षण)



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