Saturday, June 16, 2018

नसों की कमजोरी

नसों की कमजोरी क्या होता है ?

"न्यूरोपैथी" (Neuropathy) एक मेडिकल शब्द है जिसका प्रयोग नसों के अलग-अलग विकारों के लिए किया जाता है जिनमें शरीर के कुछ हिस्सों की नसों में कमजोरी हो जाती है या वह गतिहीन हो जाती हैं। कुछ लोगों के लिए यह समस्या थोड़े समय के लिए होती है लेकिन कुछ लोगों के लिए यह स्थायी भी हो सकती है।

प्रभावित नस के प्रकार के आधार पर या तो नस से सम्बंधित शरीर का अंग ठीक से काम नहीं कर पाता या वह कुछ महसूस नहीं कर पाता।

कुछ बीमारियों या पोषण की कमी या जीवनशैली से सम्बंधित समस्याओं के कारण नसों की कमजोरी या तंत्रिका तंत्र (Nervous System) की कमजोरी हो सकती है। इसके परीक्षण के लिए लक्षणों की जाँच, ब्लड टेस्ट या नसों के टेस्ट का प्रयोग किया जाता है और इसका इलाज इसके कारण पर निर्भर करता है।

इसकी वजह का इलाज करने से नसों की कमजोरी की समस्या ठीक की जा सकती है। इसके लिए दवाएं और अन्य थेरेपी भी उपलब्ध हैं।

(और पढ़ें - कमजोरी)

पेरिफेरल (Peripheral) नसें क्या होती हैं?

हमारे तंत्रिका तंत्र (Nervous System) के दो भाग होते हैं:

  • केंद्रीय तंत्रिका तंत्र (Central Nervous System) - मस्तिष्क व रीढ़ की हड्डी में जाने वाली नसें
  • पेरिफेरल तंत्रिका तंत्र (Peripheral Nervous System) - मस्तिष्क व रीढ़ की हड्डी के बाहर मौजूद नसें

पेरिफेरल तंत्रिका तंत्र की नसों को "पेरिफेरल नसें" या परिधीय नसें भी कहा जाता है।



from myUpchar.com के स्वास्थ्य संबंधी लेख
via https://www.myupchar.com/disease/nerve-weakness

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