हनुमान फल / लक्ष्मण फल / ग्राविओला जैसे नामों से जाना जाने वाला यह फल मैक्सिको, कैरिबियन और दक्षिण अमेरिका में पाया जाता हैं। इसका वैज्ञानिक नाम एनोना मूरिकाटा (Annona Muricata) हैं। इस फल का स्वाद स्ट्रॉबेरी और अनानास का एक स्वादिष्ट संयोजन है और दुनिया के इन हिस्सों में बहुत लोकप्रिय हैं। अफ्रीका और कभी-कभी दक्षिण-पूर्वी एशिया में और यहां तक कि फ्लोरिडा में भी इसकी खेती की जाती हैं। यह फल Annona फेमिली के अन्य फलों जैसे सीताफल, रामफल इत्यादि जैसा ही फल हैं और इस फेमिली में सबसे बड़े फलों में से एक हैं। इस फल के मुलायम पल्प और फाइबर का उपयोग पेय पदार्थ, डेसर्ट, शक्कर और कैंडी बनाने के लिए तथा साथ ही दुनिया के कई हिस्सों में प्रचलित पारंपरिक चिकित्सा उपचारों में भी किया जाता हैं।
स्वादिष्ट होने के साथ साथ इस फल में काफी मात्रा में विटामिन और पोषक तत्व पाए जाते हैं, प्रमुख रूप से विटामिन सी, विटामिन बी और कई एंटीऑक्सीडेंट यौगिक इत्यादि। इस फल के रस का उपयोग शरीर पर लगाने के लिए किया जाता हैं, जबकि इसके बीज का उपयोग पीस कर तथा इसकी पत्तियों का उपयोग काढ़ा बनाकर प्राकृतिक उपचार के लिए किया जाता हैं। इसके बीज और पत्तियों को एक साथ उपयोग करके आप एक स्ट्रांग चाय भी बना सकते हैं, जिसके हमारे शरीर में कई बेहतरीन लाभ होते हैं।
from myUpchar.com के स्वास्थ्य संबंधी लेख
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