मलेरिया मच्छर के काटने से होने वाला एक ऐसा रोग है, जिसमें व्यक्ति को बुखार के साथ सिरदर्द और सर्दी जैसी समस्याएं हो जाती हैं। ये एक खतरनाक बीमारी है, जो जानलेवा भी हो सकती है। मलेरिया एक परजीवी के कारण होता है, जो इससे संक्रमित मच्छर के काटने से फैलता है। इस मच्छर के काटने से ये परजीवी आपके शरीर में चले जाते हैं और लिवर तक पहुंच जाते हैं। कुछ दिनों बाद ये परजीवी खून में मौजूद लाल रक्त कोशिकाओं को संक्रमित करना शुरू कर देते हैं।
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मलेरिया के लक्षण संक्रमित मच्छर के काटने के सात से आठ दिनों बाद विकसित होते हैं। ये प्रारंभिक लक्षण फ्लू के जैसे होते हैं। ये लक्षण आमतौर पर बहुत हल्के होते हैं और इनसे मलेरिया की पहचान करना मुश्किल होता है।
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मलेरिया के अलग-अलग प्रकार होते हैं, जो मलेरिया के परजीवी के प्रकार पर निर्भर करते हैं। इससे बचने के लिए आपको अपने आप को मच्छर काटने से बचाने की आवश्यकता होती है। मलेरिया के निदान के लिए शारीरिक और रक्त परीक्षण किए जाते हैं। अगर मलेरिया का सही समय पर उचित इलाज न किया जाए, तो इससे गंभीर जटिलताएं हो सकती हैं।
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इस लेख में मलेरिया में क्या होता है, मलेरिया हो जाए तो क्या करना चाहिए और इसके लिए डॉक्टर के पास कब जाएं के बारे में बताया गया है।
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