अपने मुंह में गुटखे का वो चमकदार पैकेट खाली करने से पहले दो बार सोच लें। क्योंकि यह न केवल आपके मुंह के कैंसर का कारण बन सकता है, बल्कि इसके कुछ घटक आपके डीएनए को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं और सेक्स हार्मोन सहित प्रमुख शरीर के रसायनों के उत्पादन में भी बदलाव कर सकते हैं।
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चबाने वाला तम्बाकू कई अलग-अलग रूप में उपयोग किया जाता है। भारत में तम्बाकू के कई रूप बेचे जाते हैं और गुटखा भी उनमें से एक उत्पाद है। अपने नशे की लत के गुणों के परिणामस्वरूप, धुएं रहित तम्बाकू या चबाने वाली तम्बाकू का सेवन अक्सर स्वास्थ्य पर हानिकारक प्रभावों को पैदा करने के साथ आजीवन एक आदत बन जाता है।
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अब तक कई रिपोर्टों ने शरीर के विभिन्न मानकों पर निकोटीन के दीर्घकालिक हानिकारक प्रभावों का वर्णन किया है। युवाओं में कार्डियोपल्मोनरी पैरामीटर पर हमारे देश में गुटखे के उपयोग संबंधित प्रभाव पर बहुत कम अध्ययन किए गए हैं। इसलिए कार्डियोपल्मोनरी (हृदय तथा फेफड़ों संबंधी) पैरामीटर पर धुएं रहित तंबाकू के प्रभाव के बारे में बहुत कम जानकारी उपलब्ध है।
इस लेख में विस्तार से बताया गया है कि गुटखा क्या है, गुटका खाने से होने वाली बीमारियां और नुकसान, गुटखा छोड़ने से आपको क्या फायदे हो सकते हैं।
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