प्रोटीन एक मैक्रो न्यूट्रिएंट है जिसे कई खाद्य पदार्थों में पाया जाता है जैसे मीट, डेयरी उत्पाद, नट और बीन्स आदि। इसमें एमिनो एसिड शामिल होता है जिससे दुबले शरीर के ऊतकों का निर्माण होता है, साथ ही इससे स्वस्थ त्वचा, बालों, हड्डियों, नाखूनों के साथ-साथ मांसपेशियों को बढ़ावा मिलता है।
हालांकि विशेषज्ञ कई खाद्य स्रोतों से हमें प्रोटीन लेने की सलाह देते हैं क्योंकि प्रोटीन सप्लीमेंट्स एमीनो एसिड का बहुत ही अच्छा स्रोत होते हैं। लेकिन सभी प्रोटीन सप्लीमेंट्स समान रूप से तैयार नहीं किए जाते हैं। विभिन्न प्रोटीन स्रोतों के लाभ और नुक़सानों के बारे में जानने से पहले प्रोटीन सप्लीमेंट्स के इन दो वर्गों को समझना महत्वपूर्ण है -
- प्रोटीन विभिन्न खाद्य स्रोतों से प्राप्त होता है। कंसन्ट्रेटेड प्रोटीन (concentrat protein) गर्मी और एसिड या एंजाइमों का उपयोग करके पूरे भोजन (whole Food) से निकालने के द्वारा उत्पादित किया जाता है। इनमें आमतौर पर लगभग 70-85% प्रोटीन होता है। शेष 15-30% कैलोरी वसा और कार्ब्स होते हैं। प्रोटीन आइसोलेटेड पाउडर एक और फिल्टरिंग चरण के माध्यम से गुजरता हैं जो अतिरिक्त वसा और कार्ब्स को हटा देता है। प्रोटीन आइसोलेटेड पाउडर में लगभग 90-95% प्रोटीन होता है।
- अमीनो एसिड जो शरीर द्वारा उत्पादित नहीं किए जा सकते हैं उन्हें आवश्यक अमीनो एसिड कहा जाता है। "कम्पलीट प्रोटीन" में नौ आवश्यक अमीनो एसिड होते हैं, जबकि "इन्कम्प्लीट प्रोटीन" में कुछ अमीनो एसिड होते हैं, लेकिन सभी आवश्यक एमिनो एसिड नहीं होते हैं।
तो आइये जानते हैं बाजार में उपलब्ध सबसे आम प्रोटीन पाउडर सप्लीमेंट्स और उनके लाभ और नुक़सानों के बारे में -
from myUpchar.com के स्वास्थ्य संबंधी लेख
via http://www.myupchar.com/fitness/difference-between-protein-powder-types
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