Tuesday, August 22, 2017

खांसी

खांसी को ट्यूसिस (Tussis) के नाम से भी जाना जाता है, जो अचानक से मनुष्यों पर असर करने वाल एक रिफ्लेक्स है। इसका उद्देश्य बाहरी सूक्ष्मजीवों, रोगाणुओं, जलन, तरल पदार्थ और बलगम को हमारे श्वसन नली और गले में से साफ करना होता है। ये फेफेड़ों से हवा का तेज़ी से निष्कासन करता है।

खांसी जानबूझकर या बिना इच्छा के हो सकती है। हालांकि खांसी एक गंभीर बिमारी का संकेत भी है, अधिकतर खांसी के मामलें में दवा लेने कि ज़रूरत नहीं पड़ती है, क्योंकि खासतौर पर खांसी अपने आप ही ठीक हो जाती है।

खांसी क्या है?

खांसी के मुख्य रूप से तीन चरण हैं

  1. सांस लेना। 
  2. स्वर तंत्र (coval cords) के बंद होने पर गले और फेफेड़ों में दबाव बढ़ जाना।
  3. विस्फोटक गति से हवा का स्वर तंत्र से निकलना, खांसी के लिए विशेष संकेत देता है।

यदि कोई खांसी से बहुत ज़्यादा ग्रसित है, तो ये किसी बिमारी का संकेत हो सकता है। अधिकतर खांसी संक्रमण रोगों से होता है, जैसे सामान्य सर्दी जुकाम। खांसी बिना संक्रमण रोगों के बिना भी हो सकती है।

आमतौर पर खांसी प्रदूषण, गैस्ट्रोएसोफैगेल रीफ्लक्स डिज़ीज़ (Gastroesophageal reflux disease; GERD), दम घुटना, क्रोनिक ब्रोंकाइटिस, अस्थमा, फेफेडों में ट्यूमर, दिल का दौरा पड़ना, कुछ दवाईयां जैसे एस इनहिबिटरस (ACE inhibitors), पोस्ट नेज़ल ड्रिप (post-nasal drip) और धूम्रपान इन सब स्थितियों के कारण फैलती है।

डॉक्टर खांसी के इलाज के लिए खांसी के कारण पर ध्यान देते हैं। उदाहरण के लिए जैसे यदि एस इनहिबिटरस (ACE inhibitors) की वजह से हुई है, तो इसे बंद किया जा सकता है। कोडाइन, डिस्ट्रोमेथार्फ़न (Codeine, dextromethorphan) और अन्य खांसी को कम करने वाली दवाई अक्सर लोग खांसी के दौरान प्रयोग करते हैं। हालांकि खांसी के दवाईयों पर बहुत अधिक शोध नहीं हुआ है कि ये खांसी के लक्षण को कितना कम कर सकते हैं।



from myUpchar.com के स्वास्थ्य संबंधी लेख
via http://www.myupchar.com/disease/cough

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