ग्वार फली या क्लस्टर बीन एक वार्षिक फली है। ग्वार फली का वैज्ञानिक नाम सोफोकार्पस टेट्रागोनोलोबस (Cyamopsis tetragonolobus) है। ग्वार फली का उपयोग हरी बीन की तरह किया जा सकता है, लेकिन फिर भी ग्वार गोँद के मूल स्रोत के रूप में इसका अधिक उपयोग किया जाता है। इस 'ग्वार गम' का उपयोग अनेक उत्पादों में होता है। यह एक बेहद लोकप्रिय सब्जी है। इसकी खेती सबसे पहले भारत में की गई थी। और इसलिए मोटे तौर पर आंध्र प्रदेश में ही नहीं, बल्कि देश के अन्य क्षेत्रों (गर्म और शुष्क क्षेत्र) में भी बड़े पैमाने पर उगाई जाती है।
इसमें आमतौर पर प्रोटीन, घुलनशील फाइबर पाया जाता है। इसमें कई महत्वपूर्ण विटामिन शामिल हैं जैसे विटामिन के, विटामिन सी, विटामिन ए, फॉलीएट्स और कार्बोहाइड्रेट के साथ प्रचुर मात्रा में खनिज, फास्फोरस, कैल्शियम, लोहे और वसा के साथ पोटेशियम आदि भी पाया जाता है।
from myUpchar.com के स्वास्थ्य संबंधी लेख
via http://www.myupchar.com/healthy-foods/vegetables/gawar-phali-ke-fayde-aur-nuksan-in-hindi
No comments:
Post a Comment