एनीमिया तब होता है जब रक्त में पर्याप्त स्वस्थ लाल रक्त कोशिकाएं या हीमोग्लोबिन नहीं होता है। हीमोग्लोबिन रक्त की कोशिकाओं के लिए ऑक्सीजन आबद्ध करने के लिए आवश्यक है। यदि आपके पास कम या असामान्य लाल रक्त कोशिकाएं हों या आपका हीमोग्लोबिन कम या असामान्य हो तो आपके शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलेगा। एनीमिया के लक्षण जैसे थकान तब महसूस होते हैं जब शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलता है।
महिलाओं, बच्चो और लंबे समय से चल रही बिमारियों से पीड़ित लोगों को एनीमिया आसानी से हो सकता है।
भारत में एनीमिया के हर साल 1 करोड़ मामले होते हैं।
एनीमिया के बारे में कुछ महत्वपूर्ण कारक इस प्रकार हैं:
- एनीमिया के कुछ प्रकार अनुवांशिक होते हैं और कुछ लोगों को एनीमिया बचपन से होता है।
- गर्भधारण करने की योग्य उम्र में महिलाओं को मासिक धर्म के कारण रक्त की कमी और शरीर द्वारा ज़्यादा रक्त की ज़रुरत के कारण आसानी से एनीमिया हो सकता है। (और पढ़ें: मासिक धर्म में अधिक रक्तस्राव के कारण और उपाय)
- अनुचित आहार और अन्य चिकित्सक समस्याओं के कारण भी लोगों को एनीमिया हो सकता है।
एनीमिया के कई प्रकार हो सकते हैं। सबके कारण और उपचार अलग होते हैं। आयरन की कमी के कारण होने वाला एनीमिया सबसे सामान्य है और इसका उपचार आहार बदलने और आयरन युक्त आहार से किया जा सकता है। गर्भावस्था के दौरान होने वाले एनीमिया को कुछ हद तक सामान्य समझा जाता है। तथापि कुछ प्रकार एनीमिया के कारण ज़िन्दगी भर स्वास्थ्य सम्बंधित समस्याएं हो सकती हैं।
from myUpchar.com के स्वास्थ्य संबंधी लेख
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